PHYSICALLY DISABLE CHILD DEFEATED THE EXPERTS OF JUDO KARATE |
हेलो दोस्तों,
मुझे उम्मीद है आप सभी अच्छे होंगे,
दोस्तों, एक बच्चा था, वो बड़ा बनना चाहता था, उसे जुडो कराटे का मास्टर बनना था, लेकिन बदकिस्मती यह थी की वह जिस्म की एक तरफ से अपाहिज था,मतलब वह अपंग था, एक दिन वह घर से बाहर निकला तो रेलवे ट्रैक पर जा गिरा तो उसके एक तरफ से एक हाथ और पाव कट गया। माँ को बहुत ज़िद्द करता की मुझे जुड़ कराटे एक्सपर्ट के पास ले चलो लेकिन माँ उसे कुछ टाल देती यह कहकर की तू जब बड़ा होगा तो तू जुडो कराटे सीख जायेगा। लेकिन माँ जानती थी की मेरा बच्चा कभी भी जुडो कराटे नहीं सीख सकता, बच्चा बार बार एक ही ज़िद्द करता था, की मुझे जुडो कराटे एक्सपर्ट बनना है। बच्चे की ज़िद्द पर माँ ने ये सोचकर की किसी भी तरह इसे मै जुडो कराटे एक्सपर्ट से मिलाती हूँ वह ना कह देगा तो बच्चा मान जायेगा, माँ उसे जुडो कराटे एक्सपर्ट के पास ले गयी, तो जुडो कराटे एक्सपर्ट ने कहा की यह बच्चा जुडो कराटे नहीं सीख सकता, क्यों की यह अपंग है। लेकिन बच्चा नहीं माना वह स्टेट के सभी एक्सपर्ट से मिला सभी ने उन्हें एक ही जवाब दिया, की तुम जुडो कराटे नहीं सीख सकते।
फिर वह दूसरे स्टेट में गया वहाँ के एक्सपर्ट्स से मिला, वह इसे एक एक्सपर्ट गुरु ने कहा की ठीक है में तुझे सिखाऊंगा जुडो कराटे, लेकिन मेरी एक शर्त हे, जैसा में कहुँ वैसा तुम्हे करना होगा और तुम्हे प्रैक्टिस बहुत करनी होगी । उस बच्चे ने शर्त मानी और कहा की गुरूजी जैसा आप कहेंगे में वैसा ही करूँगा। उस बच्चे ने प्रैक्टिस शुरू कर दी, और गुरूजी ने उसे दिवार पर किक मारते रहने को कहाँ। कुछ दिन गुज़र गए उसी के साथ वाले बच्चे आगे बढ़ गए , लेफ्ट पंच और राइट पंच की तरफ लेकिन उसे गुरूजी ने सिर्फ यही रखा है। तो उसने सोचा की शायद गुरूजी मुझे सीखाना नहीं चाहते है, गुरूजी ने उससे कहा की जिस तरह में बताना चाहता हूँ उसी तरह से करता रहेगा तो तू सक्सेस होगा।
उसी दौरान स्टेट का कम्पटीशन शुरू हुआ, गुरूजी के बहुत सारे बच्चे एक के बाद एक नॉक आउट होते चले गए, लेकिन गुरूजी को भी कॉंफिडेंट था और मन ही मन में विचार किया के अभी हमारा एक बच्चा बाकि है। फिर गुरूजी ने उसे उतारा जो की अपाहिज था, सभी लोग ज़ोर ज़ोर से हंसने लगे और गुरूजी का और उस बच्चे के मज़ाक उड़ाने लगे, तभी रेफ़री ने सिटी बजायी, जैसे ही सिटी बजी उस बच्चे ने जो मेहनत किया था इतने समय से एक ही किक की प्रैक्टिस करके, बहुत ही स्पीड से सामने वाले को किक मारकर गिरा दिया, सामने वाले को इस बच्चे की स्पीड का पता ही नहीं चला। तभी सामने वाले ने कहाँ की में तैयार नहीं था, तो फिर दूसरे चैंपियन को बुलाया गया, उसे भी उसने इसी तरह से पूरी एनर्जी से स्पीड में किक मारकर नॉक आउट कर दिया।
सभी हैरान रह गए, की एक अपाहिज बच्चा इतना कैसे स्पीड में किक मर सकता है, गुरु को पूछा गया तो गुरु ने कहाँ की मुझे पता था की अगर कोई भी इंसान एक ही चीज़ की प्रैक्टिस करेगा तो वह उसमे बहुत ही एक्सपर्ट हो जायेगा, और दूसरे प्लेयर आल राउंडर होते है तो उनकी एनर्जी डिवाइडेड रहती है किक लेफ्ट पंच राइट पंच राउंड पंच वगेरा, लेकिन इस बच्चे की पूरी एनर्जी सिर्फ एक ही काम में लग गई, जिस से यह बच्च इतना एक्सपर्ट हो गया। दूसरी बात यह हे की इसका एक हाथ भी नहीं हे जिस की वजह से सामने वाला इसका हाथ पकड़ कर रोक नहीं सकता, जिस से सामने वाले को मारने में आसानी हो जाती हे। और गुरूजी ने कहाँ की ये बच्चा कभी हर नहीं सकता क्यों की इसका एक हाथ ही नहीं है जो की सामने वाले की कमज़ोरी है जीत के लिए।
Hello friends
Hello friends
I hope you all are well
Friends, had a child, he wanted to grow up, he had to become a master of judo karate, but unfortunately he was handicapped by one side of the body, meaning he was crippled, one day when he got out of the house on the railway track. When he falls, he cuts an arm and a paw from one side. I used to insist my mother to take me to Karate Expert, but Mother would avoid her saying that when you grow up, you will learn Judo Karate. But mother knew that my child could never learn judo karate, the child used to insist the same thing again and again, that I want to become a judo karate expert. On the stubbornness of the child, the mother thought that somehow I mix it with the judo karate expert, if he says no then the child will agree, the mother took him to the judo karate expert, then the judo karate expert said that this child can not learn judo karate, because it is handicapped. But the child did not believe he met all the experts of the state, everyone gave them the same answer, that you cannot learn judo karate.
Then he went to another state and met the experts there, he said it by an expert guru that I will teach you Judo Karate, but I have a condition, as I say, you have to do it and you have to practice a lot. The child accepted the condition and said that Guruji will do as you say. The child started practicing, and Guruji asked him to keep kicking the wall. A few days passed, the children with the same moved forward, towards the left punch and the right punch, but Guruji has only kept it. So he thought that maybe Guruji does not want to teach me, Guruji told him that if you continue to do it the way I want to tell you, then you will be successful.
At the same time, the competition of the state started, many of Guruji's children went knocking out one after the other, but Guruji was also a confident and thought in mind that we still have one child. Then Guruji brought him down who was handicapped, everyone started laughing loudly and started making fun of Guruji and that child, then the referee started the whistle, as soon as the whistle, the child who had worked for so long practicing the kick, the front kicked down at very high speed, the opponent did not know the speed of this child. Opponent told that I was not ready, then another champion was called, he was also knocked out by kicking at full energy with speed.
Everyone was surprised, how can a handicapped child do so much at a speed, the Guru was asked where I knew that if any person practices the same thing, he will become very expert in it, And other players are all rounders, so their energy is divided into kick left punch right punch round punch etc, but this child's entire energy was used in only one work, so that this child is so much energetic. The second thing is that it does not even have a hand, due to which the opponent cannot hold it by its hand, which makes it easier to defeat the opponent. And Guruji said that this child can never be defeated because he does not have a single hand, which is the weakness of the opponent.
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