नमस्ते दोस्तों,
दोस्तों आज का हमारा मज़मून ज़िन्दगी के
कुछ कड़वे सच पर निर्भर हैं | जिसे सभी जानते हैं पर जब वह सबके सामने आते हैं तो लोगों
को उन सच से बहुत परेशानी होती हैं और उन्हें यह सच कड़वे लगने लगते हैं |कुछ लोग इन
सच्ची बातों को जानकर अपने आप को ज़िन्दगी में उस सच को सही करने की कोशिश करते हैं
तो कुछ लोग उन्हें अनदेखा कर देते हैं लेकिन सफल वही होते जो गलतियों से सीख लेते हैं
और उन्हें सही करने में लग जाते हैं| गलत पॉसवर्ड से एक छोटा मोबाइल नहीं खुलता, तो गलत कामों से जन्नत के दरवाजे कैसे खुलेंगे “
दोस्तों इंसान कभी भी अपनी कमाई से गरीब
नहीं होता हैं, बल्कि इंसान तो अपनी जरूरतों के हिसाब से गरीब होता हैं| किसी ने सही
कहा हैं कि पैसा एक ही भाषा बोलता हैं की अगर तुमने आज मुझे बचा लिया, तो आगे चलकर
में तुम्हें बचा लूँगा | दोस्तों ज़माना बहुत ही अजीब हैं, जो नाक़ामयाब
होते हैं उनका मज़ाक उड़ाता हैं और अगर कोई कामयाब होता हैं, तो उससे जलता हैं| दोस्तों
जरा सोचिए कि हर मित्रता के पीछे कोई न कोई मकसद छुपा होता हैं| ऐसी कोई भी मित्रता
नहीं हैं जिसके पीछे मकसद छुपा ना हो|
दोस्तों
यह सच्चाई हैं कि एक रुपया कभी भी एक लाख नहीं होता लेकिन फिर भी अगर एक रुपया को एक
लाख से बाहर निकाल दिया जाए,तो वह एक रुपया एक लाख भी नहीं होता| जहाँ
आप चार लोगों में बैठकर मजे लेते हैं और किसी की बुराई करते हो| यकीन मानिए आपके जाते
ही वह लोग आपकी भी बुराई करते होंगे|
दोस्तों, इस दुनिया में कोई भी किसी की
हमदर्द नहीं होता हैं क्योंकि अपने ही लोग जब लाश को लेकर शमशान जाते हैं, तो पूछते
हैं और कितना वक्त लगेगा| क्या हुआ अगर आप अपनी ज़िन्दगी में कोई
मुकाम हासिल नहीं कर पाए……. लेकिन अगर आपके अंदर कोई जज़्बा हैं तो आप अपने अनुभव से
कई लोगों को सफल बना सकते हो|
जब तक एक बेटा खुद बाप नहीं बन जाता तब
तक उसे अपने पिता का हर निर्णय गलत लगता हैं| दोस्तों
यह आखरी और ज़िन्दगी का सबसे कड़वा सच है, एक बार एक फ़क़ीर शमशान बड़े ही गंभीरता से दो लोगों की चिताओं को देख रहा होता हैं| किसी
ने पूछा की बाबा आप इस राख को ऐसे ध्यान से
क्यों देख रहे हो? फ़क़ीर ने हँसते-हँसते जवाब दिया कि इसमें एक अमीर आदमी की लाश की
राख हैं जिसने
ज़िन्दगी भर काजू-बादाम खाये और एक गरीब आदमी की लाश की राख हैं जिसे मुश्किल से दो
वक्त की रोटी की भी नहीं मिलती थी खाने को| आदमी
ने पूछा लेकिन इन दोनों की राख में क्या अंतर हैं दोनों एक जैसी ही दिख रही हैं? तो
किस चीज का आदमी को घमंड होता हैं| यही ज़िन्दगी का सच होता हैं कि इंसान हर चीज में
घमंड करता हैं लेकिन मरने के बाद कुछ लेकर भी नहीं जा पाता हैं|
धन्यवाद!
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