नमस्ते दोस्तों,
मुझे उम्मीद है की आप सभी अच्छे होंगे!
दोस्तों, यु पी के एक गांव की एक ट्रैन से कई चोरो ने एक लड़की की चैन छीनी और उसे चलती ट्रैन से बहार फेक दिया, लेकिन ट्रैन के निचे गिरते ही उसके पाव पटरी के निचे काट गए, रात भर वह गिरी पड़ी रही कीड़े मकोड़े और चूहे उसके पाव को काट रहे थे। ३९ ट्रैन आती और जाती रही, फिर सुबह उसे दिल्ली के इस्पातल लाया गया, डॉक्टर ने कहा की पीठ और पाव में काफी सरे फ़्रैक्टर्स है और अपाहिज हो गयी है, स्ट्रेचर पर चलना होगा, लेकिन उसने उस वक़्त एक ही बात कहि "की अगर ऊपर वाले ने मुझे ज़िंदा रखा है तो इतिहास रचने के लिए, अब तो में माउंट एवेरेस्ट चढ़ कर ही रहूंगी", अस्पताल से निकल कर सीधे मछिन्द्र पाल के पास गयी, उसने कहा तूने ऐसी अवस्था में माउंट एवेरेस्ट चढ़ने का सोचा है, तू तो चढ़ चुकी है बस दुनिया का अब तारीख लगने का पता चलना बाकि है। १ के बाद १ सभी सतो चोटिया चढ़ गयी और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। NDA गवर्नमेंट ने पद्मश्री अवार्ड से नवाज़ा और एक अनोखा इतिहास रच दिया, दोस्तों उस का नाम है अरुणिमा सिन्हा।
दोस्तों विकलांग शरीर से नहीं होता है मन से होता है, अगर वह मन से विकलांग हो गया तो हमेशा से विकलांग हो गया. हमें इन सभी सच्ची बातो से प्रेरणा लेनी चाहिए और सक्सेस की तरफ बढ़ना चाहिए.
धन्यवाद!
0 comments:
Post a Comment